Kulgeet

आर्य समाज के दस नियम

आर्य कन्या महाविद्यालय

कुलगीत

ज्ञान का दीप जला जग में नव प्रकाश छाया चहुँ ओर

नारी जाति हो शिक्षा से सज्जित दिग्दिगन्त उठा यहुं शोर

दयानन्द की सतत् प्रेरणा आर्यसमाज का प्रथम प्रयास हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

समुन्न्त प्रयाग हुआ

चमत्कृत प्रयाग हुआ

शुभ बेला सन् पिछत्तर की महिला वर्ष का सुखद प्रसंग

भद्र जनों के अथकित श्रम से आई हो जैसे ऋतु बसन्त

विश्वविद्यालय की भुजा रूप में महाविद्यालय का विकास हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

 

शिक्षा का विशाल मन्दिर यह भारतीय संस्कृति का मूलाधार

तमसो मा ज्योतिर्गमय की वैदिक वाणी का सहज आगार

दशकों के इस अन्तराल में विकसित और विख्यात हुआ

आर्यकन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

 

गृहिणी से परिवार हो शिक्षित नारी शिक्षा का लक्ष्य महान्

अध्ययन और अध्यवसाय से अर्जित करता नए कीर्तिमान्

छात्राओं के चहुँमुख कौशल से सुरभित सकल समाज हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

 

शिक्षित बाला सबला स्वस्था आत्मनिर्भरा शीला संस्कारी

अपाला गार्गी मैत्रेयी सीता सावित्री आदर्शमयी विदुषी नारी

स्वाभिमान से जीवन बीते ऋषि का सार्थक आर्शीवाद हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

 

राष्ट्रसेवा संस्कृतप्रचार सामाजिक सुधार का शुभ सन्देश

संगीत शिल्प कला क्रीडा प्रतिभा निखार का सहज उपदेश

आधुनिक और प्राचीन शैलियों से रचना साहित्य विशाल हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

 

आचार्यों का कुशल निर्देशन परम योग्यता नेहभाव का प्रतिरूप

प्रबन्धतन्त्र का दायित्व निर्वहण प्रांगण में तिरती हो धूप

विजयगान की स्वरलहरी से गुंजित धरा आकाश हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ

 

है धन्य आर्य परिवार सदा ही कर्मठ श्रम करने वाला

ज्योतित है जिसकी आभा से भारत की यह शिक्षा शाला

सत्यं शिवं और सुन्दरं का सुभग सिद्धान्त चरितार्थ हुआ

आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ