आर्य कन्या महाविद्यालय
कुलगीत
ज्ञान का दीप जला जग में नव प्रकाश छाया चहुँ ओर
नारी जाति हो शिक्षा से सज्जित दिग्दिगन्त उठा यहुं शोर
दयानन्द की सतत् प्रेरणा आर्यसमाज का प्रथम प्रयास हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
समुन्न्त प्रयाग हुआ
चमत्कृत प्रयाग हुआ
शुभ बेला सन् पिछत्तर की महिला वर्ष का सुखद प्रसंग
भद्र जनों के अथकित श्रम से आई हो जैसे ऋतु बसन्त
विश्वविद्यालय की भुजा रूप में महाविद्यालय का विकास हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
शिक्षा का विशाल मन्दिर यह भारतीय संस्कृति का मूलाधार
तमसो मा ज्योतिर्गमय की वैदिक वाणी का सहज आगार
दशकों के इस अन्तराल में विकसित और विख्यात हुआ
आर्यकन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
गृहिणी से परिवार हो शिक्षित नारी शिक्षा का लक्ष्य महान्
अध्ययन और अध्यवसाय से अर्जित करता नए कीर्तिमान्
छात्राओं के चहुँमुख कौशल से सुरभित सकल समाज हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
शिक्षित बाला सबला स्वस्था आत्मनिर्भरा शीला संस्कारी
अपाला गार्गी मैत्रेयी सीता सावित्री आदर्शमयी विदुषी नारी
स्वाभिमान से जीवन बीते ऋषि का सार्थक आर्शीवाद हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
राष्ट्रसेवा संस्कृतप्रचार सामाजिक सुधार का शुभ सन्देश
संगीत शिल्प कला क्रीडा प्रतिभा निखार का सहज उपदेश
आधुनिक और प्राचीन शैलियों से रचना साहित्य विशाल हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
आचार्यों का कुशल निर्देशन परम योग्यता नेहभाव का प्रतिरूप
प्रबन्धतन्त्र का दायित्व निर्वहण प्रांगण में तिरती हो धूप
विजयगान की स्वरलहरी से गुंजित धरा आकाश हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ
है धन्य आर्य परिवार सदा ही कर्मठ श्रम करने वाला
ज्योतित है जिसकी आभा से भारत की यह शिक्षा शाला
सत्यं शिवं और सुन्दरं का सुभग सिद्धान्त चरितार्थ हुआ
आर्य कन्या महाविद्यालय के प्रकाश से आलोकित प्रयाग हुआ