प्रयागराज के हृदय में स्थित आर्य कन्या महाविद्यालय की स्थापना हुई। इलाहाबाद विष्वविद्यालय का संघटक यह महाविद्यालय षिक्षा के क्षेत्र में सदैव अग्रणी रहा। आरम्भ में 12 अन्य विषयों के साथ ‘‘संगीत‘‘ विषय का भी पठन-पाठन महाविद्यालय में होता आया है। छात्राओं के लिए संगीत विषय न केवल षिक्षा वरन् उनपके जीवकोपार्जन के विविध क्षेत्र भी उपलब्ध कराता है। संगीत का प्रभाव न केवल मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण है वरन् समस्त जड़ चेतन को प्रभावित करता है।
महाविद्यालय में संगीत विभाग के अन्तर्गत संगीत(गायन), संगीत वादन (तबला), संगीत वादन (सितार) की षिक्षा दी जाती हे। संगीत विभाग में आरम्भ से अद्यतन उच्चकोटि की षिक्षा दी जाती रही है। संगीत विभाग से षिक्षित अनेक छात्रायें कलाकार, षिक्षिकायें, असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगितायें, राज्य स्तरीय प्रतियोगितायें विष्वविद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर की सांगीतिक प्रतियोगिताओं में विजयी रह कर संगीत विभाग ही नहीं महाविद्यालय का भी सम्मान बढ़ाया है। विभिन्न राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर सांस्कृतिक एवं सांगीतिक प्रस्तुतियां देकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है।